इस अनोखे मंदिर में जिस बुलेट कि लोग पूजा करते हैं। उसमें मालिक ओम सिंह राठौर के प्रतिमा और फोटो लगाई गई है। वहां के स्थानीय लोगों का ऐसा मानना है कि साल 1988 में एक हादसे के दौरान ओम सिंह राठौर की मौत हो गई थी
हादसे के बाद पुलिस बाइक को थाने में ले गई। मगर हैरानी तब हुई जब दिन बाइक थाने में नहीं थी तलाश करने पर वह बुलेट हादसे वाले स्थान पर मिली पुलिस इस बाइक को फिर से वापस ले गई अगले दिन फिर ऐसा ही घटना हुआ कुछ दिनों तक ऐसा ही चला रहा।