Semiconductor Plant: भारत सरकार के लगभग तीन साल की कड़ी मशक्कत के बाद अब ये लगभग तय हो गया है की भारत में भी एक पूर्ण रूप से विकसित सेमीकंडक्टर का प्लांट होने वाला हैं | एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक इजरायल की सेमीकंडक्टर निर्माता कम्पनी टावर ने अंतत: भारत सरकार के साथ मिलकर 8 बिलियन अमेरिकी डॉलर का बड़ा प्रोजेक्ट लगाने जा रही है और इसमें कम्पनी ने भारत सरकार से लगभग 50 प्रतिशत की प्रोत्साहन राशि की अपेक्षा भी कर रही है|
भारत को इजरायल से मिला सेमीकंडक्टर प्लांट बनाने का प्रस्ताव (Semiconductor Plant)
Semiconductor Plant: इस सुचना के मुताबिक ये इजरायली कम्पनी भारत में 65 NM और 40 NM के चिप का प्लांट लगाने वाली हैं | गौरतलब है कि भारत सरकार ने कोरोना काल के बाद इस बात को महशुस किया कि भारत में भी कम से कम एक पूर्ण रूप से विकसित सेमीकंडक्टर प्लांट हो और इसी प्रक्रिया में दिसम्बर 2021 में ये घोषणा की थी वो इस प्रोजेक्ट में 10 billion डॉलर का इन्वेस्ट करने वाली है, इसी शिलशिले में भारत सरकार में राज्य आईटी मंत्री राजीव चंद्रशेखर और टावर कम्पनी के CEO Ruscel Cellwanger के बिच पिछले साल अक्टूबर में एक लम्बी वार्ता हुई थी | सेमीकंडक्टर निर्माण के क्षेत्र में ताईवान पूरी तरह से अपनी मोनोपॉली रखता है
भारत सरकार के लिए काफी लम्बा रहा है ये इंतजार
नई दिल्ली को इस बात पर पूरा विश्वास था कि गुजरात में Foxconn और vedanta समूह के joint Venture से लगने वाला सेमीकंडक्टर प्लांट जरुर पूर्ण हो जायेगा लेकिन पिछले साल Foxconn ने बड़ा झटका देते हुए इस joint Venture से खुद को अलग कर लिया | बाद में भारत सरकार ने इस बात की पुरजोर कोशिश की कम से कम ये दोनों अपना- अपना, अलग – अलग प्लांट ही स्थापिंत कर ले लेकिन इस बात पर भी ये कम्पनीयां राज़ी न हुई इसके चलते 9.5 billion अमेरिकी डॉलर का यह प्रोजेक्ट ठंडे बिस्तर में चला गया |
इससे पहले सिंगापुर की IGSS Venture ने भारत सरकार के सामने सेमीकंडक्टर कंडक्टर(Semiconductor Plant) लगाने का प्रस्ताव दिया लेकिन भारत सरकार की सलाहकार समिति ने इस कम्पनी के प्रस्ताव को ठुकरा दिया था |
कई बार टावर कम्पनी का भारत में प्लांट लगाने का सपना टुटा
सबसे पहले टावर कम्पनी ने अपने 3 billion डॉलर के प्रोजेक्ट में ISMC कम्पनी के साथ मिलकर प्लांट लगाना चाहा था | लेकिन ISMC और Intel कम्पनी के संभावित विलय ने टावर कम्पनी के इस सपने पर पानी फेर दिया | इसके बाद Intel और टावर ने फरवरी 2022 में नये सिरे से प्लांट लगाने की घोषणा की लेकिन जियो पोलिटिकल खेल की वजह से अमेरिकी बेस्ड इंटेल कम्पनी ने अपने आतंरिक विनियमन में समस्या का हवाला देते हुए अगस्त 2023 में इस प्रोजेक्ट से अपने आप को पिछे खिंच लिया | इससे एक बार फिर टावर का सपना अधुरा रह गया था |
क्या है सेमीकंडक्टर ?
सेमीकंडक्टर चालक और कुचालक के बिच की कड़ी है जो विद्युत उपकरणों में विद्युत के प्रवाह को आसानी से नियंत्रित और समयन्वित करता है | यह कई प्रकार के होते हैं जिनका उपयोग आवश्यकता अनुसार करते है |
सेमीकंडक्टर के उपयोग; तकनिकी की इस दुनिया में आज शायद ही ऐसा कोई क्षेत्र होगा जहाँ अर्धचालक का उपयोग न होता होगा, इसके प्रयोग से हमने उपकरणों के आकार और गुणवत्ता तथा विश्वसनीयता में क्रांतिकारी परिवर्तन किये है | आज इसके उपयोग ने आटोमोबाइल, एरोनॉटिक्स, रोबोटिक्स, कम्प्युट्रिंग जैसे कई महत्वपूर्ण क्षेत्रो में क्रन्तिकारी परिवर्तन किये हैं |
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