Pradhanmantri Suryoday Yojana: अयोध्या में राम मंदिर के उद्घाटन के बाद ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने काम में लग गए हैं। उन्होंने बीते दिन ही एक बड़ा ऐलान कर दिया। इससे आम जनता को बिजली बिल में राहत मिलने की उम्मीद की जा रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक नई योजना का ऐलान कर दिया है, इस योजना का नाम है प्रधानमंत्री सूर्योदय योजना (Pradhan Mantri Suryodaya Yojana)।
इस योजना के तहत सरकार 1 करोड़ से अधिक घरों की छतों पर सोलर लगवाएगी। इस योजना का उद्देश्य गरीब और मिडिल क्लास लोगों के बिजली के लिए खर्च हो रहे पैसों की बचत करना है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ के जरिए इस योजना का खुलासा किया है।
Pradhanmantri Suryoday Yojana के लिए जरुरी दस्तावेज
प्रधानमंत्री सूर्योदय योजना (Pradhanmantri Suryoday Yojana) का फायदा लेने के लिए आपको आगे बताए गए डॉक्यूमेंट की जरूरत पड़ेगी।
- आवेदक का आधार कार्ड (Aadhar Card)
- अधिवास प्रमाणपत्र (Domicile Certificate)
- बिजली का बिल (Electricity Bill)
- आवेदक का आय प्रमाण पत्र (Income Certificate)
- मोबाइल नंबर (Mobile Number)
- बैंक पासबुक (Bank Passbook)
- पासपोर्ट साइज फोटो (Passport Size Photo)
- राशन कार्ड (Ration Card)
Pradhanmantri Suryoday Yojana के तहत किसे मिलेगा फायदा?
देश के गरीब और मध्यम वर्ग के लोगों के लिए प्रधानमंत्री सूर्योदय योजना (Pradhanmantri Suryoday Yojana) की शुरूआत की जा रही है। इस योजना के तहत सुदूर क्षेत्र में रहने वाले लोगों को लाया जाएगा। अभी तक सरकार की ओर से इसे लेकर कोई दिशा-निर्देश जारी नहीं किए गए हैं।
हालांकि, बताया गया है कि जिन परिवारों की आय 2 लाख रुपये से कम होगी वे इस योजना का लाभ ले सकते हैं। अभी 1 करोड़ लोगों को योजना के अंतर्गत लाया जाएगा। सोलर पैनल लग जाने के बाद लोगों को बिजली का बिल भरने की जरूरत नहीं पड़ेगी। प्रधानमंत्री सूर्योदय योजना (Pradhanmantri Suryoday Yojana) का सबसे अधिक लाभ उन राज्यों में मिलेगा, जहां पर बिजली बहुत अधिक महंगी है।
वर्तमान में देश की सौर क्षमता कितनी है?
नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय की वेबसाइट की माने तो, दिसंबर 2023 तक देश में सौर ऊर्जा स्थापित क्षमता करीब 73.31 गीगावॉट है। इस बीच, दिसंबर 2023 तक रूफटॉप सोलर क्षमता करीब 11.08 गीगावॉट तक आ गई है।
विश्व ऊर्जा आउटलुक के अनुसार आने वाले 30 सालों में देश में विश्व के दूसरे देशों या क्षेत्र की तुलना में सबसे बड़ी ऊर्जा मांग में बढ़त होने की उम्मीद है। ऐसे में प्रधानमंत्री सूर्योदय (Pradhanmantri Suryoday Yojana) जैसी योजना भारत की ऊर्जा जरूरतों को पूरा कर सकती हैं।