Arvind Kejriwal: कतिथ शराब निति घोटाले में, प्रवर्तन निदेशालय (ED) की गिरफ़्तारी के बाद मिडिया में बयान देते हुए ये दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने कहा है कि वह दिल्ली की जनता के भलाई के लिए जेल से ही सरकार चलाएंगे और साथ में उन्होंने कहा है कि वो मुख्यमंत्री पद से स्तीफा नहीं देने जा रहे है और अन्दर रहू या बहार मेरा जीवन देश और देश के लोगो को समर्पित है |
इससे पहले ED ने मुख्यमंत्री केजरीवाल को गिरफ्तार करके 6 दिन के रिमांड पर भेज दिया है, उधर कोर्ट में सुनवाई करते हुए प्रवर्तन निदेशालय ने कहा कि मुख्यमंत्री पद का फायदा उठाते हुए अपनी राजनीतिक पार्टी ‘आम आदमी पार्टी ‘ को कालाधन सफेद करने में शराब घोटाले के जरिये मदद पहुंचाई, जिससे इनकी पार्टी को बड़ा लाभांस मिला है |
इसके बाद कोर्ट ने प्रवर्तन निदेशालय को निर्देश दिए की Arvind Kejriwal को 28 मार्च को दिन में दो बजे पुन: कोर्ट में पेश किया जाए | प्रवर्तन निदेशालय की तरफ से इस केश की पैरवी अतिरिक्त सालिसिटर जनरल SV राजू कर रहे थे जबकि केजरीवाल की तरफ से केश की पैरवी जानेमाने वकील सिंघवी कर रहे है, अगर केजरीवाल पर लगाये गए आरोप सिद्ध हो जाते है तो सरकार ‘आम आदमी पार्टी’ के खाते को फ्रिज़ कर सकती है | प्रवर्तन निदेशालय की माने तो यह घोटाला लगभग 600 करोड़ से भी ऊपर का है |
जेल में रहते हुए सरकार चलाने वाले पहले मुख्यमंत्री होंगे Arvind Kejriwal
देश के इतिहास में ऐसा पहली बार होने जा रहा है की कोई मुख्यमंत्री (Arvind Kejriwal) जेल में रहते हुए राज्य की सरकार चलाएगा क्योकि इसके लिए भारतीय कानून की तरफ से कोई बाध्यता नहीं है और कैबिनेट मंत्रियों की बैठक की अध्यक्षता वरिष्ठ कैबिनेट मंत्री कर सकते है और सरकार के किसी भी पहल के लिए मुख्यमंत्री के हताक्षर की आवश्यकता होंगी जिसके लिए बार बार किसी न किसी को जेल में आना होगा |
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क्या है मुख्यमंत्री केजरीवाल पर आरोप
जब प्रवर्तन निदेशालय ने दिल्ली के मुख्यमंत्री को गिरफ्तार कर लिया है तो यह जानना आवश्यक है कि आखिकार ED ने किस जुर्म में केजरीवाल को गिरफ्तार किया है तो हम आपको बता दें की दिल्ली के मुख्य मंत्री अरविन्द केजरीवाल समेत उनके सरकार में अन्य मंत्री जैसे की सत्येन्द्र जैन, संजय सिंह, मनीष सिसोदिया पर आरोप है कि उन्होंने दिल्ली सरकार द्वारा तैयार की गई आबकारी निति 2021-2022 में कुछ बडे प्राइवेट फर्मो के लाभ को ध्यान में रखा गया और उसके बदले इन मंत्रियों ने उनसे रिश्वत के रूप में मोटी रकम ली थी !
जो ED के अनुसार लगभग 600 करोड़ से भी अधिक का है, ED के अनुसार इस धन का कुछ हिस्सा पार्टी ने गोवा विधानसभा चुनाव में भी खर्च किया था जिसमे से कुछ धन हवाला रूट के जरिये भी प्राप्त किया गया था |
भ्रष्टाचार के आरोप लगने पर केजरीवाल(Arvind Kejriwal) से खफा है उनके राजनितिक गुरु अन्ना हजारे
कभी भ्रष्टाचार के खिलाफ एक साथ दिल्ली की सडको पर Arvind Kejriwal के साथ अनशन करने वाले, और केजरीवाल के राजनितिक गुरु अन्ना हजारे उनकी गिरफ्तारी से काफी खफा है इसके बाद एक वक्तव्य में उन्होंने कहा कि “केजरीवाल के हाल पर हमें दुख नहीं है !
उनकी गिरफ्तारी उनके कर्मो का फल है ‘ साथ में उन्होंने यह भी कहा कि केजरीवाल ने मेरी बात नहीं मानी, इस पर मुझे दुःख होता है ,शराब निति बनाना एक गलत कदम था, समाज में कई और भी अच्छे काम है जिनको किया जाना चाहिए’ |
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